Monday, January 17, 2011

भीतर के गद्दार

मन्दिर से, मस्जिद से निकलो, गिरजे व गुरुद्वारों से
करो देश की आज हिफाजत भीतर के गद्दारों से

सांपला सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित प्रथम अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन में 
ओजस्वी कवि श्री अली हसन मकरेंडिया जी की शानदार प्रस्तुति

4 comments:

  1. बढ़िया है...

    ____________________
    'पाखी की दुनिया' में आपका स्वागत है.

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  2. बहुत सुंदर जी अगली बार मिलेगे हम भी आप के इन मित्रो से, धन्यवाद

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  3. आज तो यार अमित झूठमूठ वाली वाहवाही संभालो, काहे से कि अपना नैट सही से काम नहीं कर रहा। देख कुछ नहीं पाये हैं, पर सब वाह-वाह कर रहे हैं तो ऐसा ही होगा। वाह-वाह:))

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धन्यवाद