Monday, November 8, 2010

श्री राधा हमारी गोरी गोरी - भजन

योगीजन जानता ना कहना जिसका प्रभाव
जिसकी कला का पार शारदा ना पाती है
नार नारी ब्रह्मवादियों ने भी ना पाया तट
रिद्धि-सिद्धि शक्तियां भी नित गुण गाती हैं
शंकर समाधि में ढूँढते हैं जिसको
श्रुतियां भी नेति-नेति कहे हार जाती हैं

श्री विनोद अग्रवाल जी का गाया यह भजन करीबन 35 मिनट का है।
इसलिये आप खाली समय में सुनेंगें तो ही इस मधुर संगीत का आनन्द ले पायेंगें।



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1 comment:

  1. अग्रवाल जी का भजन बहुत भाता है।

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