Monday, November 23, 2009

पत्थर की राधा प्यारी

भजन, संगीत, गाने, कलाम आदि हम सुनते हैं तो मन प्रफ्फुलित हो जाता है। दिमागी तनाव  और शारीरिक थकान  भी दूर हो जाती है। फिल्मी और उल्टे-सीधे गाने तो हम सब जगह सुनते ही रहते हैं।
आज आप सुनिये एक बहुत ही प्यारा भजन । बस आप प्ले का बटन दबाईये और आंखें बंद कर के बैठ या लेट जाईये। सचमुच आपको आत्मिक, शारीरिक और मानसिक सुकून मिलेगा । 
घबराईये नहीं यह भजन ज्यादा बडा नही है, बिल्कुल छोटा सा लगभग 8 मिनट का ही है। आशा है कि आपको पसन्द आयेगा । Pathar ki Radha Pyari



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3 comments:

  1. वाह बहुत सुन्दर भजन सहेज लिया है धन्यवाद्

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  2. अन्तर सोहिलजी
    बढीया भजन !
    मुन्नभाई ने आपको याद किया है!

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